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दिनेश रावत, संवाद न्यूज एजेंसी, बड़कोट
Published by: Nirmala Suyal Nirmala Suyal
Updated Mon, 08 Nov 2021 12:45 PM IST
सार
प्रसाद महायोजना के तहत यमुनोत्री व गंगोत्री धाम के जीर्णोद्धार के लिए 45 करोड़ मंजूर किए गए हैं। 35 यमुनोत्री और 10 करोड़ गंगोत्री धाम को मिले हैं।
उत्तराखंड के चारधाम
– फोटो : फाइल फोटो
यमुनोत्री और गंगोत्री धाम वर्ष 2023 में नए स्वरूप के साथ भव्य और दिव्य रूप में नजर आएंगे। दरअसल केंद्र सरकार की प्रसाद महायोजना में गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के जीर्णोद्धार के लिए करीब 45 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए हैं। जिसमें से यमुनोत्री धाम के लिए 35 करोड़ व गंगोत्री धाम के लिए 10 करोड़ रुपये मिलने हैं। वहीं यमुनोत्री धाम को अब तक 22 करोड़ रुपये मिल चुके हैं। इनके जीर्णोद्धार का जिम्मा ब्रिडकुल को सौंपा गया है।
पुराने निर्माणों को तोड़वाकर निर्माण कार्यों में एक रूपता लाना प्रस्तावित
प्रसाद महायोजना के तहत गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में मंदिर परिसर के आसपास के पुराने निर्माणों को तोड़वाकर निर्माण कार्यों में एक रूपता लाना प्रस्तावित है। इसके निर्माण कार्यों की टेंडर प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। संभवत: इसी माह ब्रिडकुल द्वारा संबंधित निर्माण एजेंसी को कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए जा सकते हैं। ब्रिडकुल ने टेंडर नियमावली के तहत निर्माण कार्य को दो वर्ष में पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
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इस संबंध में ब्रिडकुल के एमडी कुंदन सिंह नेगी ने बताया कि यमुनोत्री धाम में 35 करोड़ में से 25 करोड़ रुपये का सिविल वर्क होना है। शेष धनराशि बिजली आदि के कार्यों पर खर्च होनी है। यमुनोत्री धाम को अब तक 22 करोड़ रुपये मिल चुके हैं।
इसी माह से निर्माण कार्य शुरू करने का प्रयास
उन्होंने बताया कि इसी माह से निर्माण कार्य शुरू करने का प्रयास किया जाएगा, जिससे तय समय सीमा में कार्य पूरा हो सके। महायोजना के तहत यमुना मंदिर परिसर से लगे हनुमान मंदिर का भी कायाकल्प किया जाएगा।
समय पर कार्य पूरा करना चुनौती
यमुनोत्री धाम में निर्माण कार्य समय से पूरा करना एक बड़ी चुनौती होगी। धाम में शीतकाल के समय कड़ाके की ठंड और बर्फबारी का मौसम बना रहता है। बर्फबारी के बाद भी कुछ ही महीने कार्य करने को मिलते हैं। इस दौरान भी अधिकांश दिन मौसम खराब रहता है।
विस्तार
यमुनोत्री और गंगोत्री धाम वर्ष 2023 में नए स्वरूप के साथ भव्य और दिव्य रूप में नजर आएंगे। दरअसल केंद्र सरकार की प्रसाद महायोजना में गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के जीर्णोद्धार के लिए करीब 45 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए हैं। जिसमें से यमुनोत्री धाम के लिए 35 करोड़ व गंगोत्री धाम के लिए 10 करोड़ रुपये मिलने हैं। वहीं यमुनोत्री धाम को अब तक 22 करोड़ रुपये मिल चुके हैं। इनके जीर्णोद्धार का जिम्मा ब्रिडकुल को सौंपा गया है।
पुराने निर्माणों को तोड़वाकर निर्माण कार्यों में एक रूपता लाना प्रस्तावित
प्रसाद महायोजना के तहत गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में मंदिर परिसर के आसपास के पुराने निर्माणों को तोड़वाकर निर्माण कार्यों में एक रूपता लाना प्रस्तावित है। इसके निर्माण कार्यों की टेंडर प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। संभवत: इसी माह ब्रिडकुल द्वारा संबंधित निर्माण एजेंसी को कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए जा सकते हैं। ब्रिडकुल ने टेंडर नियमावली के तहत निर्माण कार्य को दो वर्ष में पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
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