भारत के युवा देश का भविष्य हैं। इस प्रकार की सामाजिक गतिविधियाँ और शिविर विभिन्न मुद्दों जैसे स्वच्छता, शिक्षा, लैंगिक समानता आदि के बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करते हैं : डॉ निशांत सक्सेना
देहरादून। तुलाज इंस्टीट्यूट की राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) यूनिट के 7 दिवसीय विशेष शिविर का शुभारंभ हुआ। इस शिविर का आयोजन सेलाकुई के ग्राम धूलकोट पंचायत भवन में किया जा रहा है। शिविर की शुरुआत सभी गणमान्य व्यक्तियों द्वारा गाँव के मंदिर में दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। शिविर का उद्देश्य ग्रामीण जनता में जागरूकता फैलाना और उन्हें समुदाय की जरूरतों और समस्याओं को समझाना है।
शिविर में 70 से अधिक छात्रों ने पूरे जोश और उत्साह के साथ भाग लिया। सात दिवसीय एनएसएस शिविर के दौरान उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में धूलकोट की ग्राम प्रधान कुसुम पंवार, बंचीवाला की प्रधान पिंकी देवी, राजवाला, पोडवाला के ग्राम प्रधान सुरेश सिंह पाल, नित्यानंद स्वामी जन सेवा समिति के युवा विंग के अध्यक्ष विनायक शर्मा, तुलाज़ इंस्टिट्यूट के रजिस्ट्रार डॉ. पवन कुमार चौबे, अकादमिक के डीन डॉ निशांत सक्सेना, और आईक्यूएसी के निदेशक डॉ एमके अरोड़ा शामिल रहे। उद्घाटन के दौरान, डॉ. चौबे ने सभा का स्वागत किया और सम्बोधन किया।
उन्होंने अपने भाषण में कहा कि भारत के युवा देश का भविष्य हैं। इस प्रकार की सामाजिक गतिविधियाँ और शिविर विभिन्न मुद्दों जैसे स्वच्छता, शिक्षा, लैंगिक समानता आदि के बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करते हैं। कुछ छात्रों ने कविता और भाषण के माध्यम से शिविर के बारे में अपने विचार प्रस्तुत किए। उद्घाटन समारोह के बाद, छात्रों को विभिन्न समूहों में विभाजित किया गया और सर्वेक्षण कार्य के लिए गांव भेजा गया। दिन का समापन एनएसएस के छात्रों द्वारा एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ हुआ जहां उन्होंने नृत्य, गायन और अभिनय की प्रस्तुति दी।