चाई सुट्टा बार ने उत्तराखंड की पहाडिय़ों में अपनी चमक बिखरनी शुरू कर दी है
देहरादून/नई टिहरी। चाई सुट्टा बार ने उत्तराखंड की पहाडिय़ों में अपनी चमक बिखरनी शुरू कर दी है। अब नई टिहरी में अपनी नई शाखा में कुल्हड़ का स्वाद मिल सकेगा। उत्तराखंड के एक खूबसूरत शहर में चाय सुट्टा बार का लुफ्त उठा सकेंगे। यह गढ़वाल हिमालय में वाटर स्पोर्ट्स और अन्य साहसिक गतिविधियों के लिए एक नया और कम खोजा गया पर्यटन स्थल है। चाय सुट्टा बार के नए स्टोर की शुरूआत नियर गैस ऑफिस, बौरारी, नई टिहरी मे किल सकेगा। यह क्षेत्र रणनीतिक है क्योंकि यह प्रमुख रोडवेज से जुड़ा हुआ है और शहर का एक प्रसिद्ध वाणिज्यिक केंद्र भी है।
चाय सुट्टा बार के सह-संस्थापक अनुभव दुबे ने लॉन्चिंग के दौरान बताया कि लोगों के प्यार का ही असर है जो कि आज चाय सुट्टा बार ने दामोह में एक और अपना आउटलेट शुुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि कंपनी रोजाना 3 लाख से अधिक कुल्हड़ का उपयोग करती है और 1500 से अधिक कुम्हार परिवारों की आर्थिकी चलती है। यह कमजोर वर्गों के साथ समाज के विविध वर्ग के 500 से अधिक लोगों को रोजगार दे रहा है। चाय सुट्टा बार के पूरे भारत में 200 से अधिक आउटलेट्स के साथ 100 से अधिक शहरों में वितरित किया गया है। कई चाय सुट्टा बार दुबई और ओमान सहित देशों में भी हैं।
चाई सुट्टा बार के संस्थापक अनुभव दुबे ने बताया कि कुल्हड़ चाय के लिए प्रचार किया जा रहा है। करने और लोगों को इसे विश्व स्तर पर आजमाने और कुल्हड़ के माध्यम से भारत की मिट्टी की सुगंध का स्वाद चखने के मौका मिलेगा। इसके साथ ही उत्कृष्ट ग्राहक सेवा और एक उत्कृष्ट अनुभव देना चाय सुट्टा बार का मकसद है। हमारा लक्ष्य सीएसबी को एक वैश्विक ब्रांड के रूप में विकसित करना है जो लोगों की खुशी देता है। जिससे व्यक्तियों और समाज दोनों को लाभ होता है। हम शिमला में अपनी नई लोकेशन के साथ बहुत आगे बढऩे की उम्मीद करते हैं और चीयर्स और चुस्की के साथ चाय का जश्न मनाते हैं। मिट्टी आधारित कुल्हड़ों का उपयोग करने में सीएसबी का मिशन हमारी धरती माता को खतरनाक प्लास्टिक विषाक्त पदार्थों से बचाना और उन सभी के लिए देश की खुशबू फैलाना है जो अपनी पारंपरिक चाय का स्वाद चखते हैं।