चंद रुपयों के लालच में आकर दोस्त ने दोस्त की जान ले ली
तीनों आरोपियों को कोर्ट से जेल भेज दिया गया है।
हरिद्वार। रोहित सैनी की हत्या उसके बचपन के ही दोस्त शुभम कुमार ने कैंची से गोदकर की थी। पुलिस के अनुसार चंद रुपयों के लालच में आकर दोस्त ने दोस्त की जान ले ली। वहीं, शुभम के दो दोस्तों ने रोहित की बाइक और मोबाइल फोन को अपने घर में गड्ढा खोदकर दबा दिया था।
बहादराबाद पुलिस और सीआईयू ने आरोपियों को ब्लॉक बहादराबाद के सामने से मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों से साढ़े छह हजार नगद, लूटी हुई मोटरसाइकिल, हत्या में प्रयुक्त कैंची, घटना में पहने गए कपड़े आरोपियों की निशानदेही पर उनके मकान में गड्ढा खोदकर बरामद कर लिए हैं। मेडिकल जांच के बाद पुलिस ने तीनों को कोर्ट से जेल भेज दिया है।
शनिवार को एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्ण राजएस ने जिला मुख्यालय में घटना का खुलासा किया है और पुलिस टीम को ढाई हजार रुपये ईनाम देने की घोषणा की है। कप्तान ने बताया कि शुभम पुत्र बाबूराम और रोहित सैनी दोनों बचपन के दोस्त थे। रोहित काफी समय से देहरादून में राजमिस्त्री का काम करता था। आरोपी शुभम अपना गांव इब्राहिमपुर छोड़कर बहादराबाद किराए के मकान में रहता था।
पुलिस ने बताया कि बीती 14 जून को रोहित देहरादून से बहादराबाद होकर घर जा रहा था। जैसे ही वह राइस मिल बहादराबाद पहुंचा, रास्ते में शुभम खड़ा था। रोहित ने बचपन के दोस्त को देखकर बाइक रोक ली। काफी समय दोनों ने आपस में बातचीत की और पार्टी करने का मन बना लिया। दोनों ने पैसे मिलाकर शराब खरीदी।
जिस वक्त रोहित ने अपनी जेब से रुपए निकाले तो शुभम को पैसों का लालच आ गया। दोनों दोस्त रोहालकी स्थित मक्की के खेत में शराब पीने बैठ गए। आरोप है कि शराब पीने के बाद रोहित को बहुत नशा हो गया। शुभम ने रोहित को घर छोड़ने के बहाने उसी समय मौके का फायदा उठाकर जेब से कैंची निकाली और रोहित की गर्दन पर कई वार किए। इससे रोहित की कुछ समय बाद ही मौत हो गई।
आरोप है कि शुभम ने रोहित की जेब से पैसे और मोबाइल फोन लूट लिया। रोहित के पास मौजूद बैग व सामान नहर में फेंक दिया। मोटर साइकिल और फोन छिपाने के लिए अपने ही गांव के दो दोस्त अंकुर पुत्र राकेश और मनीष पुत्र राजेश निवासीगण इब्राहिमपुर थाना पथरी को बुला लिया था। रोहित की बाइक अंकुर ने अपने घर में भूसे कमरे में गड्ढा खोदकर जमीन में दबा दी।
एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने बताया कि तीनों आरोपियों को कोर्ट से जेल भेज दिया गया है। रुपये हासिल करने को बना हत्यारारू आरोपी शुभम ने दोस्त रोहित सैनी की जेब नोटों से भरी देख लालच आ गया था। रुपए देखने के बाद शुभम दोस्त को घर ले गया। शुभम घर के भीतर गया। जबकि रोहित बाहर ही खड़ा रहा।
शुभम ने रोहित की हत्या करने का मन पहले ही बना लिया था। तभी शुभम अपनी जेब में कैची डालकर ले आया। शुभम कभी नाई की दुकान पर काम कर लेता तो कभी दिहाड़ी मजदूरी कर लेता था। लॉकडाउन में वह आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। अपने गांव में पैतृक जमीन बेचने के बाद पत्नी के साथ बहादराबाद इंद्रा बस्ती किराए के कमरे में आकर रहने लगा था।