देहरादून। उत्तराखंड इतिहास के मर्मज्ञ विद्वान डा. योगम्बर सिंह बर्त्वाल का निधन हो गया। उनके निधन पर अखिल गढ़वाल सभा देहरादून ने दुख व्यक्त किया है। डा. बर्त्वाल अखिल गढ़वाल सभा देहरादून सहित अनेक सामाजिक संगठनों से जुडे़ रहे। वे चंद्रकुंवर बर्त्वाल शोध संस्थान के संस्थापक सचिव थे। उन्होंने चंद्रकुंवर बर्त्वाल के काव्य पर कई शोधार्थियों की सहायता की।
उनकी साहित्यिक सेवाओं के लिए कुछ वर्ष पूर्व उन्हें उत्तराखंड सरकार के संस्कृति विभाग द्वारा सम्मानित किया गया था। उन्होंने अनेक पुस्तकों की रचना की तथा कई पुस्तकों व पत्रिकाओं का संपादन किया। पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह भंडारी के जीवन पर उनके द्वारा संपादित स्मृति ग्रंथ महत्वपूर्ण ग्रंथ है।
डा. बर्त्वाल उत्तराखंड आंदोलन में भी सक्रिय रहे थे। वे युगवाणी पत्रिका के सम्मानित लेखकों में से थे तथा समय समय पर अखिल गढ़वाल सभा देहरादून की मासिक पत्रिका गढ़ जागर के लिए लिखते रहते थे। अखिल गढवाल सभा ने डा. योगंबर सिंह बर्त्वाल के आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना की।