देहरादून। गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, आढ़त बाजार देहरादून के तत्वावधान में सिख सेवक जत्थे की तरफ से गुरु हरगोबिन्द साहिब जी का प्रकाश पर्व कथा-कीर्तन के रूप में श्रद्धा पूर्वक मनाया गया। प्रातः नितनेम के पश्चात भाई चरणजीत सिंह हजूरी रागी जत्थे ने आसा की वार का शब्द जंमिआ पूत भगत गोविंद का, प्रगटिआ सभ महि लिखिआ धुर का गायन किया। सेवक बावा परिवार की तरफ से रखें हुए श्री अखंड पाठ के भोग डाले गऐ, बेबे नानकी सेवक जत्थे ने शब्द सतिगुरु होइ दइआलु त सरधा पुरिऐ गायन किया, भाई गुरदयाल सिंह जी हजूरी रागी जत्थे ने शब्द ऐसे गुर कउ बलि बलि जाईऐ आपि मुकत मोहि तारै गायन किया।
ज्ञानी शमशेर सिंह हैंड ग्रंथि गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा ने कहा गुरु हरगोबिन्द साहिब जी का जीवन बहुत बड़े यौदा और उपकार वाला रहा,मीरी-पीरी की दो किरपान पहन कर धर्म और राजनीति का स्मेल किया,भाई अमरीश सिंह जी हजूरी रागी गुरद्वारा गुरु संगत धामा वालो ने शब्द अरजन काया पलट कै मुरत हरगोविंद सवारी का गायन किया। हजूरी रागी जत्थे भाई नरेन्द्र सिंह जी ने शब्द मनि चाउ भइआ प्रभ आगम सुणिआ का गायन किया। हैंड ग्रंथि गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा भाई शमशेर सिंह ने सरभत के भले की अरदास की। मंच का संचालन सेवा सिंह मठारु एवं सतनाम सिंह ने किया।
कार्यक्रम के पश्चात संगत ने गुरु का लंगर मिस्से-प्रशादे-लस्सी-प्याज- मख्खन व प्रशाद ग्रहण किया। इस अवसर पर सिख सेवक जत्थे के अध्यक्ष सरदार सरदार गुलजार सिहं ने आई हुई संगत को प्रकाश पर्व की बधाई देते हुए बताया कि आने वाली 25 जून को विशेष रूप से गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा में प्रोग्राम होगा जिसमें भाई अमनदीप सिंह जी हजूरी रागी जत्था दरबार साहिब अमृतसर से आएंगे।
सरदार चरणजीत सिंह, सरदार मंजीत सिंह, सुरजीत सिंह, राजिंद्र सिंह राजा, रमिंदर सिंह राणा, जगमिंदर सिंह छाबड़ा,बलबीर नोटेआल, नवनीत सेठी, इश्वर सिंह गुरप्रीत सिंह जौली ज, सरदार सतनाम सिंह, सरदार हरचरण सिंह, अरविन्दर सिंह आदि उपस्थित रहे।