अशासकीय जूनियर हाईस्कूलों में अक्टूबर से अब तक वेतन नहीं मिला, जिस कारण शिक्षकों एवं कर्मियों की आर्थिक स्थिति चिंताजनक हो गयी है
देहरादून। अक्टूबर से वेतन ना मिलने से नाराज अशासकीय शिक्षक सोमवार को शिक्षा निदेशालय पहुंच गए। वहां कोविड गाइडलाइन के तहत जमा होकर उन्होंने वहां निदेशक को ज्ञापन दिया। संघ के जिलाध्यक्ष अनिल नौटियाल ने बताया कि प्रदेश के अशासकीय जूनियर हाईस्कूलों में अक्टूबर से अब तक वेतन नहीं मिला। जिस कारण शिक्षकों एवं कर्मियों की आर्थिक स्थिति चिंताजनक हो गयी है। जिससे सभी शिक्षक कर्मचारियों में भारी रोष है।
उन्होंने कहा कि पहले भी ऐसा लगातार होता रहा है। त्यौहारों के वक्त भी वेतन नहीं दिया जाता। इस परंपरा का लगातार विरोध होने के बावजूद सरकार शिक्षक कर्मचारियों के हितों की रक्षा नहीं कर पा रही। जिसके खिलाफ आंदोलन के अलावा दूसरा रास्ता नहीं बचा। लेकिन कोविड प्रतिबंध के चलते उन्होनें धरने का कार्यक्रम टाल दिया। लेकिन शांतपूर्ण और सुरक्षित तरीके से वेतन की मांग करते रहेंगे।
ज्ञापन देने वालों में दून के जिलाध्यक्ष संजय बिजल्वाण, टिहरी जिलाध्यक्ष महादेव मैठाणी, जिलाध्यक्ष रूद्रप्रयाग जिलाध्यक्ष बलबीर सिंह रौथाण, जिला संरक्षक देहरादून आरसी शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष दिनेश डोबरियाल, उपाध्यक्ष विजय पाल जंगवाण, कोषाध्यक्ष एमएल सकलानी, विजय भट्ट, गिरीश सेमवाल, सुरेंद्र सहगल,उपाध्यक्ष अनीता नेगी, संजीव रावत, चमोली से प्रदीप जोशी और गंगा सिंह आदि मौजूद रहे।