भारत में साइबर हमलों के लगातार बढ़ रहे खतरे का मुकाबला करने के लिए डी. राहुल शशांक ने यह साइबर-अलर्ट ऐप विकसित किया
यह ऐप उपयोगकर्ताओं को साइबर धोखाधड़ी का शिकार बनने से पहले ही उन्हें खतरे की सूचना देता है।
एसबीटी न्यूज उत्तराखंड
देहरादून। ग्रेजुएशन और उच्च शिक्षा के लिए देश के प्रमुख विश्वविद्यालयों में से एक, के.एल. डीम्ड-टू-बी यूनिवर्सिटी ने आज घोषणा की है, कि उसके एक छात्र ने शिकायत दर्ज करने के लिए ई-कंप्लेंट फाइलिंग के अलावा साइबर इंटर्नशिप, साइबर परामर्श जैसी ढेर सारी सुविधाओं से सुसज्जित एक ’साइबर सुरक्षा ऐप’ बनाया है। इसके अलावा, यह पहला ऐसा साइबर अलर्ट ऐप है, जो अंग्रेज़ी और तेलुगु भाषाओं में उपलब्ध होगा।
आज के दौर में डिजिटल सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तैयार किया गया यह अनोखा ऐप सरल एवं सुविधाजनक होने के साथ-साथ साइबर खतरे से सुरक्षा के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। महामारी की शुरुआत के बाद से ही भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया में साइबर हमलों और इंटरनेट से जुड़े खतरों के मामलों में काफी वृद्धि हुई है। साल 2021 में डिजिटल माध्यमों से काम करने वाले लोगों एवं छात्रों की संख्या बढ़ने के साथ ही इन हमलों की गुंजाइश भी कई गुना बढ़ गई।
कैस्पर्सकी सिक्योरिटी नेटवर्क की हाल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, साल 2021 की दूसरी तिमाही में भारत में साइबर खतरे से जुड़े 8.30 करोड़ मामले दर्ज किए गए, जो पिछले साल की इसी तिमाही में दर्ज किए गए 1.67 करोड़ खतरों से 80 प्रतिशत अधिक है। साइबर धोखाधड़ी और साइबर सुरक्षा से जुड़े खतरों में बढ़ोतरी को देखते हुए, साइबर अपराध के बारे में जानकारी के व्यापक स्रोत के साथ-साथ ऐसे अपराधों से बचाव के उपायों की आवश्यकता है।
के.एल. डीम्ड-टू-बी यूनिवर्सिटी में कॉलेज ऑफ लॉ में बीबीए, एलएलबी में अपनी स्नातक की डिग्री के अंतिम वर्ष के छात्र, डी. राहुल शशांक ने महामारी के दौरान इसकी आवश्यकता को जल्दी ही पहचान लिया। उन्होंने उपयोगकर्ताओं को डिजिटल पहचान की सुरक्षा के हर चरण में सहायता करने के लिए साइबर अलर्ट ऐप विकसित किया है।
यह ऐप उपयोगकर्ताओं को साइबर धोखाधड़ी का शिकार बनने से पहले ही उन्हें खतरे की सूचना देता है। जानकारी, मार्गदर्शन और समाधान को अच्छी तरह मिलाकर तैयार किए गए इस साइबर अलर्ट ऐप में कई विशेषताएं हैं, जो उपयोगकर्ता को साइबर अपराध को अच्छी तरह समझने में मदद करते हैं तथा इससे निपटने के तरीके भी बताते हैं। इस की कुछ प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार हैं।