राजनीतिक दलों से धार्मिक प्रचार न करने की अपील
उत्तराखण्ड में बुधवार से लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गयी है। जो कि 27 मार्च तक चलेगी। उत्तराखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने कहा कि यह अच्छी बात है कि चुनाव और त्यौहारी सीजन एक साथ चल रहे हैं। हम सभी राजनीतिक दलों से आग्रह कर रहे हैं कि वे किसी भी तरह का धार्मिक प्रचार न करें।
बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने कहा कि मीडिया मॉनिटरिंग सर्टिफिकेशन कमेटी द्वारा पारित करने के बाद ही अखबार या टीवी विज्ञापन दिए जा सकते हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि यदि कोई निजी व्यक्ति अपने घर पर किसी विशेष पार्टी या उम्मीदवार का झंडा लगाता है, तो वह पार्टी के खर्च में शामिल किया जाएगा। इसलिए दिशा निर्देश स्पष्ट हैं और हमने राजनीतिक दलों को सब कुछ स्पष्ट कर दिया है।
उत्तराखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने इसके साथ ही कहा कि चुनाव के दौरान निजी कार्यक्रमों जैसे जन्मदिन, विवाह समारोह, त्यौहारों पर कोई भी असर नहीं पड़ेगा। अगर किसी त्यौहार, होली मिलन, इफ्तार पार्टी आदि का राजनीतिक मंच के तौर पर प्रयोग किया गया, तो वह चुनाव के खर्च में जुड़ जाएगा। इन सब की निगरानी चुनाव आयोग की टीम करेगी।
उत्तराखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉक्टर बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने कहा कि देहरादून में हमेशा शांतिपूर्ण चुनाव प्रक्रिया रही है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। हम इसे बहुत गंभीरता से ले रहे हैं। हमारे पास लगभग 11,700 बूथ हैं। हमने उनमें से 1000-1200 को संवेदनशील बूथों के रूप में पहचाना है। उन्होंने कहा कि हमारे पास केंद्रीय अर्धसैनिक बल और राज्य पीएसी है, हम हर जगह शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करेंगे।