देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सचिवालय स्थित वीर चंद्र सिंह गढ़वाली सभागार में शासन के उच्चाधिकारियों, विद्यालयी शिक्षा विभाग के अधिकारियों व स्कूली छात्र-छात्राओं के साथ चंद्रयान-3 के चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर ऐतिहासिक सफल लैंडिंग का सजीव प्रसारण को देखा।
सभी ने देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सम्बोधन सुना व देखा। मुख्यमंत्री ने भारत की इस ऐतिहासिक सफलता के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, इसरो की टीम, वैज्ञानिकों व देश-प्रदेश की जनता को बधाई व शुभकामनाएं भी दी।
कार्यक्रम में उपस्थित राजीव गांधी आवासीय नवोदय विद्यालय, ननूरखेड़ा, रायपुर तथा नेताजी सुभाष चन्द्र बोस आवासीय विद्यालय, बनियावाला के छात्रों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चंद्रयान-3 की चन्द्रमा पर सफल लैंडिंग के साथ आज भारत विश्व का पहला देश बन गया है जिसके हम सभी साथी बने है। आज भारत दुनिया के हर क्षेत्र में नंबर एक बनने की दिशा में अग्रसर है। एक समय हमारे देश को सपेरो का देश कहा जाता था आज विज्ञान के क्षेत्र में देश नंबर 01 बना है। देश आज 11वीं से 5वीं अर्थव्यवस्था बन गया है। 2027-28 तक देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में तीसरी अर्थव्यवस्था बनने के साथ 2047 में आजादी के 100 वर्ष पूरे होने के अवसर पर दुनिया का नेतृत्व करने वाला शक्तिशाली व समर्थ देश बनेगा। इसकी जिम्मेदारी हमारे युवा छात्रों की है। हमारे आज के युवा छात्र देश का भविष्य है। हमारे युवा छात्र भविष्य में जिस क्षेत्र में जाए उसका नेतृत्व करे तथा देश के सपने एवं अपेक्षाओं को पूरा करने में अपना योगदान देने का प्रयास करें। मुख्यमंत्री ने इस सफलता के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जब चंद्रयान-2 सफल नही हो पाया तो प्रधानमंत्री ने हमारे वैज्ञानिकों को गले लगाकर उनका हौसला बढ़ाया तथा दुगनी ताकत से इस अभियान को पूर्ण करने की शुभकामनायें दी। आज प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन तथा हमारे वैज्ञानिकों के अथक प्रयासों से देश ने दुनिया में अपनी पहचान बनाई है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने सभी छात्रों से बातचीत कर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। कैबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने भी इस अवसर पर सभी को शुभकामनाएं दी। सचिव शिक्षा रविनाथ रमन ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव आर मीनाक्षी सुन्दरम, शैलेश बगोली, महानिदेशक शिक्षा बंशीधर तिवारी सहित अन्य उच्चाधिकारी मौजूद थे।