राज्यपाल ने पर्यटकों की सुविधाओं और अवस्थापना विकास से संबंधित चुनौतियों पर की चर्चा
देहरादून/नैनीताल। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने बुधवार को राजभवन में होटल एसोसिएशन, नैनीताल के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में राज्यपाल ने पदाधिकारियों के साथ नैनीताल में पर्यटकों हेतु सुविधाओं और अवस्थापना विकास से संबंधित चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा की और उनके सुझाव प्राप्त किए।
बैठक में राज्यपाल ने कहा कि नैनीताल का प्राकृतिक सौंदर्य और झील देश एवं विदेश के पर्यटकों को आकर्षित करता है। नैनीताल में पर्यटकों हेतु सुविधाएं बढ़ाने के लिए सामुहिक प्रयास करने होंगे। उन्होनें कहा कि समय के अनुरूप अवस्थापना सुविधाओं को विकसित किया जाना जरूरी है, इस ओर सरकार द्वारा भी प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने पदाधिकारियों से पर्यटन क्षेत्र में मॉर्डनाइजेशन व वैल्यू एडिशन किए जाने का सुझाव दिया। राज्यपाल ने कहा कि पार्किंग की समस्या से निपटने के लिए टनल पार्किंग, मल्टीस्टोरी पार्किंग व रोप वे आदि से इस समस्या का समाधान किया जा सकता है इसके लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। बैठक में उपस्थित पदाधिकारियों द्वारा नैनीताल में पर्यटन व्यवसाय में आ रही चुनौतियों के बारे में राज्यपाल को अवगत कराया।
पदाधिकारियों द्वारा मुख्य रूप से शहर की पार्किंग क्षमता बढ़ाये जाने, ट्रैफिक व्यवस्था को सुदृढ़ किये जाने, नैनीताल स्थित रक्षा संपदा की भूमि को पार्किंग के रूप में विकसित किए जाने, पुराने होटलों के पुर्ननिर्माण कार्यों की स्वीकृति दिए जाने, कुमाऊं हेतु विशेष ट्रेनों के संचालन किए जाने, नैनीताल में हैलीपोर्ट बनाए जाने व हैली सेवाओं से जोड़ने जैसे सुझाव व समस्याओं से अवगत कराया।
राज्यपाल ने सभी समस्याओं के लिए उचित कार्यवाही का आश्वासन देते हुए कहा कि इसके लिए संबंधित विभागों, स्थानीय प्रशासन के अलावा मुख्य सचिव एवं मुख्यमंत्री से वार्ता कर सुझावों पर अमल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कुछ सुझावों पर कार्यवाही गतिमान भी है। बैठक में होटल एसोसिएशन अध्यक्ष दिग्विजय सिंह बिष्ट सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।
इससे पूर्व राज्यपाल ने बोट एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर नैनी झील में बोट संचालन की चुनौतियों के संबंध में चर्चा की और पदाधिकारियों से सुझाव प्राप्त किए। राज्यपाल ने कहा कि नैनी झील प्रकृति का बड़ा उपहार हम सभी के लिए है। नैनीताल की झील यहां आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र है। यहां पर आने वाला हर पर्यटक बोटिंग अवश्य करता है।
उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले पर्यटकों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए। इस अवसर पर पदाधिकारियों ने कहा कि बोट संचालन उनके रोजगार का बड़ा साधन है। जिस पर कई परिवारों की आर्थिक स्थिति निर्भर करती है। उन्होंने नैनी झील में बने बोट स्टेंड में शेल्टर बनाए जाना का सुझाव दिया जिससे बरसात के मौसम में पर्यटकों को खड़े होने की सुविधा हो सके। इसके साथ-साथ झील की सफाई की मॉनीटरिंग करने का सुझाव भी पदाधिकारियों द्वारा दिया गया।
उन्होंने झील के सौंदर्यीकरण और सड़क की मरम्मत की जरूरत बताई। राज्यपाल ने कहा कि इन सुझावों को पूर्ण करने का प्रयास किया जाएगा। बैठक में बोट एसोसिएशन के अध्यक्ष रामसिंह बिष्ट और अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।