नैनीताल। मानव तस्करी मामले का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने एक मकान में छापा मारकर बालिका को मुक्त करा लिया गया है। बरामद बालिका देह व्यापार के उद्देश्य से पश्चिमी बंगाल से लाई गयी थी। जिसकी बरामदगी के दौरान आरोपियों ने पुलिस बल पर हमला किया जिनमें से तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
एसएसपी नैनीताल पंकज भटृ ने बताया कि पश्चिम बंगाल 24 परगना बसंती थाने में बालिका का अपहरण का मुकदमा दर्ज था। बालिका का लोकेशन हल्द्वानी में आ रही थी, जिसके बाद पश्चिम बंगाल पुलिस की सूचना पर हल्द्वानी पुलिस और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम ने भोटिया पड़ाव स्थित एक घर में छापा मारा तो बालिका बरामद की गई।
पूछताज में पता चला कि, जिस मकान में बालिका बरामद किया गया है। वह किराए पर तानिया शेख नाम की एक महिला ले रखी है। बताया कि पुलिस की इस कार्रवाई के दौरान सात आठ लोगों ने पुलिस पर हमला बोल दिया जहां पुलिस और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम को कमरे के अंदर बंद कर दिया गया था, जिसके बाद भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और सभी पुलिसकर्मियों को मुत्त कराया।
पूरे मामले में मकान मालिक आसिफ रजा और उसके दो बेटों को गिरफ्तार करते हुए उनके खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा पुलिस पर हमला करने सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की कार्रवाई की है। फिलहाल बालिका से पूछताछ की जा रही है।
वहीं बालिका के बरामदगी की सूचना पश्चिम बंगाल पुलिस को दे दी गई है। बालिका से पूछताछ में मामला सामने आया है कि, तानिया शेख द्वारा देह व्यापार के उद्देश्य से रजक पाइक नाम के युवक द्वारा उसको पश्चिम बंगाल से लाया गया था। मामले में आगे की कार्रवाई पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा की जाएगी।