14 पर्वतारोहियों को किया रेस्क्यू, 20 अन्य की तलाश जारी


उत्तरकाशी। सीमांत जनपद उत्तरकाशी में द्रौपदी का डांडा 2 पर्वत चोटी के पास हिमस्खलन  की चपेट में आए 41 पर्वतारोहियों में से 14 को बचाया गया। वहीं एसडीआरएफ और आईटीबीपी की टीम रेस्क्यू अभियान में जुटी हुई है। 20 अन्य पर्वतारोहियों को बचाने के लिए रेस्क्यू अभियान जारी है।

उत्तरकाशी में द्रौपदी का डांडा 2 पर्वत चोटी के पास हिमस्खलन हुआ। इसमें अभी तक 7 शव बरामद कर लिए गए हैं। हिमस्खलन की चपेट में आए 41 पर्वतारोहियों में से 14 को बचाया गया। वहीं एसडीआरएफ और आईटीबीपी की टीम रेस्क्यू अभियान में जुटी हुई है। वहीं द्रौपदी डांडा-2 में हुए एवलांच हादसे में बुधवार को वायुसेना के हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू अभियान चलाया गया।

अब तक कुल 14 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। इनमें छह घायलों को मातली हेलीपैड से जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। हालांकि सभी को सामान्य चोटें आई हैं, जबकि आठ लोगों को हर्षिल से मातली हेलीपैड लाया जा रहा है। एसडीएम भटवाड़ी चत्तर सिंह चौहान ने बताया कि सभी आठ लोग स्वस्थ हैं, जिनको निम भेजा जा रहा है।  गौर हो कि बीते दिन उत्तरकाशी जिले में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान  के एडवांस प्रशिक्षण कोर्स के दौरान द्रौपदी का डांडा-2 से दुखद घटना सामने आई।

द्रौपदी डांडामें मंगलवार को सुबह 41 प्रशिक्षणार्थियों और प्रशिक्षकों का दल हिमस्खलन की चपेट में आ गया था। वहीं हादसे में उत्तरकाशी के लोंथरू गांव की एवरेस्ट विजेता सविता कंसवाल और भुक्की गांव की नौमी की मौत भी हुई है। इनमें सभी लोग क्रेवास में (ग्लेशियर के बीच) फंसे हुए बताए जा रहे हैं। ये द्रौपदी डांडा पर्वत चोटी उत्तरकाशी के भटवाड़ी ब्लॉक में भुक्की गांव के ऊपर स्थित है।  उत्तरकाशी जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक राज्य सरकार ने दल के रेस्क्यू के लिए वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर द्रौपदी डांडा भेजे हैं, जो रेस्क्यू अभियान में लगे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *