आरोपी व उसके पिता चौकीदार को गोली मारकर फरार हो गए थे
एस बी टी न्यूज उत्तराखंड
हल्द्वानी। चौकीदार की हत्या कर 13 साल से फरार चल रहे 10 हजार रुपये के इनामी बदमाश को एसटीएफ ने पानीपत हरिणाया से गिरफ्तार किया है। आरोपी व उसके पिता रामनगर के बैलपड़ाव में चौकीदार को गोली मारकर फरार हो गए थे। आरोपी पानीपत के जंगल से सटे क्षेत्र में खेतों की देखरेख कर रहा था। उसके पिता की चार वर्ष पहले ही मौत हो चुकी है। बुधवार को एसटीएफ कुमाऊं के इंस्पेक्टर एमपी सिंह ने बताया कि 2008 में गेबुआ बरायल, रामनगर, नैनीताल निवासी
महेंद्र सिंह व उसके पिता दिलीप सिंह बैलपड़ाव में प्रॉपटी की चौकीदारी करते थे। पास में ही कलुवा नाम का युवक भी ओमकार सिंह की प्रॉपटी की चौकीदारी करता था। किसी बात पर कलुवा व महेंद्र में विवाद को गया। तब महेंद्र ने कलुवा के सीने में तमंचे से गोली मार दी। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद आरोपी महेंद्र व उसका पिता फरार हो गए थे। आरोपी महेंद्र के पकड़े नहीं जाने पर 2020 में उस पर 10 हजार रुपये का ईनाम घोषित किया गया था।
एसएसपी एसटीएफ के निर्देश पर कुमाऊं व गढ़वाल की टीमें आरोपी को पकड़ने का प्रयास कर रही थीं। बुधवार सुबह उसे रक्सेड़ा थाना समालखा जिला पानीपत हरियाणा से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी दिल्ली, राजस्थान व हरियाणा में चोरी-छिपे रह रहा था। पानीपत में वह जंगल के आसपास अन्य किसानों के खेतों की देखरेख करता था। आरोपी ने अपना नाम बदलकर राजेंद्र व राजू कर लिया था।
इंस्पेक्टर एमपी सिंह ने बताया कि महेंद्र सिंह हत्या करने के बाद राजस्थान निवासी अपने रिश्तेदार के पास गया था। नानकमत्ता में रहने वाले उसके रिश्तेदारों से टीम ने पूछताछ की। तब राजस्थान में उसके अन्य रिश्तेदार होने की बात पता चली। आरोपी के पिता की मौत की सूचना मिलने पर टीम की चुनौतियां बढ़ गई थीं। सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी के राजस्थान में रहने वाले रिश्तेदारों ने उसका पता बता दिया।