देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने गुरूवार सांय महाराष्ट्र, मुंबई में ‘‘पंजाबी कल्चरल हेरिटेज बोर्ड’’ द्वारा आयोजित ’’पंजाबी आइकॉन अवॉर्ड-2023’ में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। इस कार्यक्रम में राज्यपाल ने विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय योगदान देने वाले लोगों को ’’पंजाबी आइकॉन अवॉर्ड 2023’’ से सम्मानित किया।
अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें भी आज सम्मान देने का अवसर मिला है। उन्होंने पंजाबी आइकॉन अवॉर्ड प्राप्त करने वाले सभी लोगों को बधाई दी और कहा कि सभी ने अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किए हैं जिन्हें आज सराहा गया है।
राज्यपाल ने कहा की सिख समुदाय आज पूरे विश्व के हर कोने में अपनी मेहनत, लगन और ईमानदारी के साथ काम करते हुए एक नया मुकाम हासिल कर रहे हैं। पंजाबी आइकॉन अवॉर्ड हमारी ‘‘सरबत दा भला’’ के विचार और सम्मान का प्रतीक है। राज्यपाल ने कहा कि देश सेवा के दौरान स्वयं मैंने गुरु गोविन्द सिंह जी के दिए गए उपदेश ’निश्चय कर अपनी जीत करूं’ को जीवन का मंत्र बनाया है।
उन्होंने कहा कि सेना में रहते हुए और अब राज्यपाल के रूप में उन्होंने स्वयं को राष्ट्र, समाज और जनहित के लिए समर्पित किया है। उन्होंने कहा कि गुरू नानक देव जी के व्यक्तित्व की चार मुख्य विशेषताएं जिनमें, दया, करूणा, सादगी और मासूमियत हैं, जिन्हें प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में उतारने की जरुरत है। उन्होंने पंजाबी कल्चरल बोर्ड के अध्यक्ष चरण सिंह सापरा का इस आयोजन के लिए बधाई दी।