हरिद्वार। श्रीपंच दशनाम जूना भैरव अखाड़े की पवित्र छड़ी नगर भ्रमण परिक्रमा करते हुए बुधवार को कनखल क्षेत्र में पहुंची। कनखल क्षेत्र पहुंचने पर श्रद्धालुओं द्वारा जगह-जगह पवित्र छड़ी की पूजा अर्चना तथा पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। कनखल भ्रमण करते हुए पवित्र छड़ी संन्यास रोड पर संतोषी माता आश्रम पहुंची। जहां महामंडलेश्वर संतोषी माता, निरंजनी अखाड़े के सचिव एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्री महंत रविंद्रपुरी, प्रबंधक अशोक शांडिल्य ने पवित्र छड़ी की पूजा-अर्चना की।
छड़ी के प्रमुख महंत श्रीमहंत प्रेम गिरी ने कहा कि इस पवित्र छड़ी यात्रा की परम्परा करीब करीब ढाई हजार वर्ष पूर्व आदि शंकराचार्य द्वारा प्रारंभ की गई थी, इसका उद्देश्य सनातन धर्म का प्रचार प्रसार करना तथा पौराणिक मंदिरों की सुरक्षा करना है। इसी उद्देश्य को लेकर यह पवित्र यह छड़ी यात्रा पूरे उत्तराखंड के पौराणिक तीर्थ का भ्रमण करेगी और जनता को अपने पौराणिक मंदिरों की रक्षा के लिए जागृत करेगी।
महामंडलेश्वर संतोषी माता ने पवित्र छड़ी की पूजा अर्चना कर इस यात्रा की सफलता की कामना की। जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय सभापति श्री प्रेम गिरी ने बताया गुरुवार को पवित्र छड़ी श्यामपुर कांगड़ी क्षेत्र में परिक्रमा करेगी। पवित्र यात्रा में श्रीमहंत सुरेशानंद सरस्वती, श्रीमहंत पूर्णागिरि, श्रीमहंत महेश पुरी, श्रीमहंत मनोज गिरी, श्रीमहेंद्र पशुपति गिरी, महंत हीरा भारती, महंत पूर्णागिरि, महंत महाकाल गिरी, महन्त आदित्य गिरि, महत राजेन्द्र गिरी, गजा नंद गिरि तथा महंत अमृत पुरी शामिल थे।