खतरे को देखते हुए चंडी देवी मंदिर दर्शन पर रोक।
हरिद्वार। लगातार हो रही वर्षा और भूस्खलन से चंडी देवी मंदिर के समीप नील पर्वत पर बना पुस्ता बह गया। पुस्ता बहने और लगातार हो रहे भूस्खलन से चंडीदेवी मंदिर परिसर खतरे की जद में हैं। खतरे को देखते हुए फिलहाल मंदिर दर्शन पर रोक लग गई है। वहीं रोपवे और पैदल मार्ग को बंद कर दिया गया है।
चंडी देवी मंदिर परिसर को खाली कराया गया। पुस्ता बहने से चार दुकानों हुई क्षतिग्रस्त। मौके पर पहुँच कर तहसीलदार रेखा आर्या व प्रशासनिक टीम ने नुकसान का जाएजा लिया।
चंडीदेवी देवी मंदिर परिसर के पास भूस्खलन होने से यहां दुकानें क्षतिग्रस्त हो गई। पुलिस विभाग व राजस्व वन विभाग की टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर अन्य दुकानों को खाली कराए जाने के साथ ही परिसर में श्रद्धालुओं की आवाजाही को भी बंद करा दिया गया है।
वहीं हरिद्वार में ही मोहल्ला पाठक वाड़ा के गेट पर भारी बारिश के चलते पुरानी हवेली भरभराकर गिर गई। कई राहगीर बच गए। जबकि कई बिजली के पोल भी टूट गए। नगर निगम के अधिकारियों ने यहां का दौरा किया। स्थानीय लोगों ने मकान मालिक पर मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग की। कहा कि कई बार कहने के बाद भी हवेली की मरम्मत नहीं कराई जा रही है।
उधर चंडी देवी मंदिर परिसर में एहतियातन रोपवे और पैदल मार्ग भी बंद कर दिया गया है। पुलिस प्रशासन सारे घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि एहतियात के तौर पर फिलहाल मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश रोक दिया गया है, जो श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे थे उन्हें वापस भेजा गया है।मंदिर मार्ग पर भी पहाड़ी से लगातार मलबा गिर रहा है।